हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,ख़ुरासान-ए-शुमाली के विलायत फ़क़ीह के प्रतिनिधि और इमाम ए जुमआ ने कहा कि अमेरिका फिरऔनी और नमरूदी सोच रखता है और ऐसे देश के साथ बातचीत करना समय की बर्बादी है।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रज़ा नूरी ने नमाज़-ए-जुमा के खुतबे में कहा,हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह. और रहबर-ए-मुअज़्ज़म (अयतुल्लाह ख़ामेनेई) ने हमेशा इस्लामी ईरान की इज़्ज़त को दुनिया में बरक़रार रखने की कोशिश की है और दुश्मनों की ज़्यादती का ठोस जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि आज इस्तेकबारी (साम्राज्यवादी) ताक़तें हमारे संसाधनों को लूटने, हमारे देश को तबाह करने और हमारे धार्मिक विचारों को मिटाने के प्रयास में हैं।
उन्होंने आगे कहा,जब भी हमने बातचीत का रास्ता अपनाया और विश्वास बहाली की कोशिश की हमारे खिलाफ और अधिक प्रतिबंध लगा दिए गए।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रज़ा नूरी ने कहा कि रहबर-ए-मुअज़्ज़म ने फ़रमाया कि हमारा तजुर्बा बताता है कि अमेरिका से बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकलेगा।उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि अमेरिका अपने सहयोगी देशों जैसे कनाडा के साथ भी सही व्यवहार नहीं करता।
बज़नुर्द के इमाम-जुमआ ने अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा ईरान से बातचीत की पेशकश पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,यह साफ़ ज़ाहिर है कि अमेरिका झूठ बोल रहा है, उसकी नीयत नेक नहीं है और उसका असली मकसद हमारे मुल्क को कमज़ोर करना है।
उन्होंने कहा,मैं इस पाक महीने में अधिकारियों और जनता से अपील करता हूँ कि वे एकता और हमदर्दी के साथ तरक्की और बुलंदी की राह पर आगे बढ़ें।उन्होंने आगे कहा,हज़रत ख़दीजा (स.अ.) ने नबी-ए-अकरम (स.अ.) के साथ मज़बूती से खड़े होकर उनके मिशन का रास्ता आसान बनाया।
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